करवे प्रवचन
आप भले ही गाली का जवाब थप्पर से दें, थप्पर का जवाब लात से दें, और लात का जवाब एके ४७ से दे।
कोई बात नहीं आपकी मर्जी लेकिन आपकी इस मर्जी के साथ मेरी भी एक अर्जी है की आप क्रोध और गाली का जवाब तुरंत न दे, थोरा विलंब करे बस १० मिनट का सब्र रखे क्रोध और गाली का ज़वाब १० मिनट बाद दे।
इस १० मिनट में क्रोध के कारणों और परिणामों पर विचार कर ले , फिर अगर उचित लगे तो जवाब दे और सच्ची तो यह है की १० मिनट बाद आप क्रोध का जवाब क्रोध से ही दे, हो ही नहीं सकता क्योंकि क्रोध तो तात्कालिक पागलपन है।